सामाजिक सहभागिता
शिक्षा न केवल विद्यालयों में बल्कि परिवारों, समुदायों और समाज में भी होती है। प्रत्येक समूह द्वारा ली जाने वाली विभिन्न स्तरों की जिम्मेदारियों के बावजूद, कोई भी बच्चों को शिक्षित करने की 100 प्रतिशत जिम्मेदारी लेने वाला एकमात्र एजेंट नहीं हो सकता है।